लाल
किताब भविष्यवाणी रिपोर्ट टेवा (जन्म कुंडली) के 12
खानों में ग्रहों की स्थिति पर आधारित है। यही कारण है कि इसका
फलकथन अधिक प्रामाणिक और सटीक होता है। यह लाल किताब राशिफल आपको भविष्य से जुड़ी
जरुरी जानकारियां प्रदान करता है जिसकी मदद से आप भविष्य को लेकर पहले ही सचेत हो
जाते हैं।
लाल किताब आधारित इस रिपोर्ट की
मदद से आप प्रेम, विवाह, नौकरी
और जीवन से जुड़ी किसी भी समस्या का हल पा सकते हैं।
लाल किताब की जानकारी और इस
किताब में लिखी विद्या को जानने वाले बहुत कम लोग हैं। जबकि इस किताब के बारे में
कई विद्वानों का मानना है कि इसकी भविष्यवाणियां सटीक हैं और इसमें दिए गए टोटके
बहुत कारगर हैं। शायद इसीलिए ज्योतिष विद्या की कई शाखाओं में से लाल किताब को भी
एक महत्वपूर्ण शाखा माना जाता है। लाल किताब में कुंडली, भाग्यफल और उपाय निहित हैं, जिनका मूल
लाल किताब में जिक्र किया गया है। लाल किताब ज्योतिष के मुताबिक, जब ग्रह का प्रभाव उस खाने के समरूप होता है, जिसमें
वह स्थित होता है, तब लाल किताब भविष्यफल और उपाय शानदार
तरीके से अपना असर दिखाते हैं।
लाल किताब को लेकर कही जाने वाली कहानी
उत्तराखंड और हिमाचल के कई
इलाकों में यह कहानी कही जाती है कि पुराने समय में गाँवों के कुल देवता लोगों को
सही राह दिखाने के लिए आकाशवाणियां किया करते थे और लोग भी इन पर भरोसा करके इनका
अनुसरण करते थे। कहा जाता है कि एक परिवार ने आकाशवाणियों से मिली जानकारियों को
संकलित कर लिया और इसे लिखित रूप में अपने पास रख लिया और आज उनके द्वारा संजोयी
गयी उस जानकारी को लाल किताब के नाम से जाना जाता है।
लाल किताब का इतिहास
जैसा कि हम बता चुके हैं लाल
किताब को पहाड़ी इलाकों की विद्या के रूप में जाना जाता है और पुराने समय में लोग
लाल किताब में मौजूद उपायों को मुंह जुबानी याद रखते थे और ऐसे ही यह विद्या आगे
बढ़ती रही। वर्ष 1939 में भारत के पंजाब प्रांत में
रूपचंद्र जोशी द्वारा सबसे पहले लाल किताब का लिखित रूप पेश किया गया और इस किताब
का नाम था ‘लाल किताब का फरमान’। यह
किताब उर्दू भाषा में लिखी गयी थी इसलिए उस समय लोगों ने इसे अरब देश की विद्या
समझ लिया था लेकिन इसका सीधा संबंध भारत से ही था। यह पुस्तक उर्दू में इसलिए लिखी
गयी क्योंकि उस वक्त पंजाब में उर्दू का ही चलन था। 1939 में
प्रकाशित होने के बाद लाल किताब को कुछ परिवर्तनों के साथ 1940, 1941 और 1942 में प्रकाशित किया गया जरूरी परिवर्तनों के
बाद पूर्ण रूप से 1952 में लाल किताब का एक बार फिर से
प्रकाशन हुआ और 1171 पृष्ठों की लाल किताब प्रकाशित हुई।
लाल किताब की विशेषता
लाल किताब की सबसे बड़ी विशेषता
यह है कि इसमें दिए गए उपाय बहुत आसान होते हैं इन उपायों को आम से लेकर ख़ास हर
वर्ग के लोग कर सकते हैं। ग्रहों के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए लाल किताब
में उपाय दिए जाते हैं जिन्हें अगर संबंधित जातक आजमाए तो अच्छे फल अवश्य मिलते
हैं। जैसा कि हम जानते हैं हर ग्रह-नक्षत्र का इंसान के जीवन पर कोई न कोई प्रभाव
अवश्य पड़ता है और इसके अनुसार ही इंसान को अच्छे या बुरे फल प्राप्त होते हैं।
ग्रहों की चाल के कारण इंसान के शरीर, मस्तिष्क
और आस-पास के वातावरण पर भी प्रभाव पड़ता है। लाल किताब में इन सब बातों का अध्ययन
किया जाता है और उसके बाद जरुरी उपाय बताये जाते हैं।
लाल किताब कुंडली क्यों है ख़ास
लाल किताब कुंडली से आप ग्रहों
की स्थिति और उनके प्रभावों के बारे में भी जान सकते हैं। लाल किताब कुंडली द्वारा
सिर्फ जानकारी ही नहीं दी जाएगी बल्कि आपके जीवन में आ रही परेशानियों के उपाय भी
बताए जाएंगे, जिनका अनुसरण करके आप कई मुश्किल
परिस्तिथियों से बच सकते हैं।
- विवाह या प्रेम जीवन में आ
रही अड़चनों को करें दूर
अगर आपका विवाह नहीं हो पा रहा
है, वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ रही हैं या प्रेम जीवन में
दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो लाल किताब रिपोर्ट के जरिये आप समाधान पा
सकते हैं। लाल किताब में दिए गए उपाय आपके प्रेम और वैवाहिक जीवन को फिर से जीवंत
कर सकते हैं।
- व्यवसाय और नौकरी के लिए
पाएं कारगर उपाय
व्यावसायिक जीवन की परेशानी, नौकरी न मिल रही हो या नौकरी में मुश्किलों का सामना करना पड़
रहा हो तो लाल किताब की रिपोर्ट आपको यहाँ भी फायदा पहुंचा सकती है। इसमें दिए गए
उपायों को अगर आप आजमाते हैं तो आपके करियर में उछाल आ सकता है।
- परिवार, समाज और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निजात
लाल किताब रिपोर्ट आपके परिवार में आ रही परेशानियों को दूर करने में भी
कारगर है। आपके ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को देखकर पारिवारिक जीवन को बेहतर बनाने
के लिए लाल किताब में उपाय दिए जाते हैं जो काफी सटीक होते हैं। इसके साथ ही
समाजिक स्तर पर आ रही परेशानियों और स्वास्थ्य में आ रही गिरावट को भी लाल किताब
रिपोर्ट की मदद से दूर किया जा सकता है।
- लाल किताब वर्षफल रिपोर्ट
से जानें कैसा रहेगा भविष्य
लाल किताब रिपोर्ट आपको वर्षफल
भी उपलब्ध कराती है। वर्षफल के माध्यम से आप जान सकते हैं कि साल में कौन-सा समय
आपके लिए अच्छा है और कौन-सा समय थोड़ा विपरीत। इसके अनुसार आप अपनी योजनाएं बना
सकते हैं। ग्रहों की दशा और अंतर्दशा के बारे में भी आप इसके द्वारा जान सकते हैं।
अतः कहा जा सकता है कि यह रिपोर्ट आपके लिए कई प्रकार से लाभकारी है।
लाल किताब के टोटके या उपाय
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प्रेम और विवाह से जुड़े नुस्खे |
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नौकरी और व्यवसाय से जुडे़
नुस्खे |
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स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे |
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ऊपर दिये गए टोटकों या उपायों
को अपनाकर आप कई परेशानियों से बच सकते हैं, इसी
तरह के सरल और उपयोगी टोटके आपको हमारे लाल किताब कुंडली से भी प्राप्त होंगे
जिनकी मदद से आप जीवन की परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
लाल किताब कुंडली रिपोर्ट पाने के लिए दिशा-निर्देश
- जन्म संबंधी विवरण में
अपना नाम लिखें
- अपना जेंडर (लिंग) दर्ज
करें
- अपनी जन्म की तिथि दर्ज
करें
- अपने जन्म का समय लिखें
- अपना जन्म का स्थान दर्ज
करें
लाल किताब रिपोर्ट का उद्देश्य
Cosmic Jyotish हमेशा से अपने पाठक और
यूजर्स को अच्छी और उपयोगी सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। इसलिए लाल किताब
रिपोर्ट भी हमारे पाठकों और यूजर्स को ही समर्पित है। इस रिपोर्ट से आप अपने जीवन
के कई पहलुओं के बारे में जानते हैं और जीवन में आ रही परेशानियों को दूर कर सकते
हैं। लाल किताब रिपोर्ट में दिए गए उपायों को आजमाकर आप भविष्य में आने वाली
चुनौतियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। Cosmic Jyotish की
टीम उम्मीद करती है कि यह रिपोर्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी।